However, the recent havoc created by MiG-29s in Libya serves as a reminder to all those who questioned why the Indian Air Force (IAF) acquired the ‘obsolete’ jet. Dodging radars, destroying targets and evading enemies in Libya, the Russian Mig-29 has proved that India’s decision to fighter was absolutely correct.
भारत और चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख में एलएसी पर करीब दो महीने से टकराव के हालात बने हुए हैं। ऐसे में आपात स्थिति मे भारतीय वायुसेना ने रूस से 21 मिग-29 और 12 सुखोई विमान खरीदने का फैसला किया है. इन दोनों विमानों को खरीदने के पीछे मुख्य वजह है कि ये भारतीय वायुसेना का आजामाया है विश्वसनीय फाइटर जेट है.मिग 29 बीते 35 सालों से भारत के जंगी बेड़े का भरोसेमंद साथी रहा है।
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